Khamoshi shayari in hindi
ग़म की बारिश 🍂💞ने भी तेरे नक्श को धोया नहीं
तूने मुझको खों दिया मेंने तुझे 💞खोया नहीं!!
Dil khamosh raha
वों तोड़ गया दिल में🥺 ख़ामोश रहा..
दिल से बहते आसुओं🥺 को आखों से रोकता रहा,
अब और क्या इंतज़ा होती मेरी मोहब्बत की..
आईने के सामने भी 💔मै मदहोश रहा!!
वों जा रही थी छोड़कर कई🧸 दूर मुझसे..
जुबा से इजाज़त देकर 💔उसे दिल से रोकता रहा!!
Khamoshi shayari -ये ख़ामोशी ही बेहतर है,
ये ख़ामोशी ही बेहतर है, 🥺🧸जनाब..
बहुत से तो यू ही पूछ लेते हैं हालत
हर कोई अपना ❤️नहीं होता ग़म ए महफिल में,
बस टूटने वाले जानते हैं अपने💔 दिल का हाल!!
इस रात की ख़ामोशी 🌿में दिल पूछता बार बार है..
इंतजार ए रात के बाद सुबह होती🍁🌿 बार बार है,
नक्श छोड़ गया वो ❤️दिल में कुछ एसे..
ना चाहकर भी दिल उसे याद 💞करता बार बार है!!
ये रात की🍂 खामोशी ये आलम🧸 ए तन्हाई!
फ़िर दर्द उठा दिल💔 में फ़िर याद 🥺तेरी आई!!
जिगर ए वफा मे 💔एसे नक्श छोड़ आया हू,
मै जिस मंज़िल से गुजरा हू वो अभी तक🌿💞 याद करती हैं!!
आँख से दूर ना हो 🥺दिल से उतर जाएगा,
वक्त्त का 🍂🍂क्या है गुजरता है गूजर जाएगा,
जिन्दगी तेरी अता है तो 💔🧸ये जाने वाला,
तेरी बक्शीश ❤️🍂तेरी दहलीज पे धर जाऊँगा,
ज़ब्त 🍂लाज़िममा है मग़र🥺 दुःख है फराज..
ज़ालिम💔 अब भी ना रोये गा तो मर 🧸जाएगा!!